दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं भोलेनाथ से जुड़े हुए सपनों के बारे में, यदि आपको भोलेनाथ से जुड़ी हुई ये चीजें सपने में दिखाई देती हैं तो आपको समझ जाना चाहिये कि जल्द ही आपके भाग्य का उदय होने वाला है और आपके कष्ट दूर होने वाले हैं तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
सावन के महीने में सावन स्पेशल भोजपुरी गानों की धूम रहती है, इसलिए हर साल नये-नये सावन स्पेशल भोजपुरी गाने रिलीज होते हैं, आज हम आपके लिए सावन स्पेशल कुछ गाने लेकर आये हैं जो आपको सावन में भोलेनाथ की भक्ति में झूमने को मजबूर कर देंगे तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में पति-पत्नी के रिश्तों के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया है, चाणक्य ने पति और पत्नी की कुछ आदतों के बारे में बताया है जिनकी वजह से उनके दाम्पत्य जीवन में परेशानियाँ आने लगती हैं। आज हम आपको उन आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पति-पत्नी के जीवन में परेशानियों का कारण बनती हैं, तो बने रहिये हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
अक्षरा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की एक मशहूर एक्ट्रेस हैं, अक्षरा सिंह ने भोजपुरी में एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं, अक्षरा सिंह ने भोजपुरी के फेमस एक्टर खेसारी लाल यादव, पवन सिंह, निरहुआ, रितेश पांडेय के साथ कई सारी फिल्मों में साथ काम किया है। आज हम आपको भोजपुरी की सुपर स्टार अक्षरा सिंह की फिल्मों के नाम बताने जा रहे हैं, तो बने रहिये हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली भोजपुरी अभिनेत्री आम्रपाली दुबे ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी इंडस्ट्री से की थी, आम्रपाली दुबे ने टीवी धारावाहिक ‘रहना है तेरी पलकों की छांव में’ सुमन की लीड किरदार निभाया था। भोजपुरी फिल्मों में आम्रपाली दुबे ने 2014 में फिल्म निरहुआ हिन्दुस्तानी से डेब्यू किया था। इस फिल्म में आम्रपाली दुबे के साथ दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ थे। भोजपुरी सिनेमा में 2014 से अबतक आम्रपाली दुबे ने कई भोजपुरी फिल्मों में काम किया है। ज्यादातर फिल्में उन्होंने दिनेश लाल यादव के साथ की है। निरहुआ और आम्रपाली की जोड़ी को भोजपुरी दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया जाता है।
भोजपुरी के बेहतरीन सिंगर रितेश पाण्डेय को आज हर कोई जानता है, इन्होंने भोजपुरी में एक से बढ़कर एक गाने गाकर लोगों को अपना दीवाना बनाया है, रितेश पाण्डेय सिंगर के साथ-साथ एक बेहतरीन अभिनेता है, रितेश पाण्डेय की पहली फिल्म "ए बलमा बिहारवाला 2" थी जिसको साल 2016 में रिलीज किया गया था। आज हम आपको भोजपुरी के सुपर स्टार 'रितेश पाण्डेय' की सभी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
दाढ़ी बनाने से लेकर बाल काटने तक हर जगह ब्लेड का ही इस्तेमाल किया जाता है लेकीन आपने गौर किया होगा कि आपको सभी ब्लेड एक ही डिजाइन के बने हुए मिलते हैं। ब्लेड बनाने वाली बहुत सारी कंपनियां हैं लेकीन सभी के ब्लेड एक ही डिजाइन और एक ही साइज़ के बने होते हैं ,आखिर इसके पीछे क्या कारण हैं, आज हम लोग इसी के बारे में जानेंगे तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
आप किसी मॉल या किसी दुकान पर शॉपिंग करने के जाते हैं तो वहाँ पर आपको रखी वस्तु की कीमतें हमेशा एक रुपये कम देखने को मिलती हैं जैसे कोई वस्तु 49 की होती है कोई 99, कोई 499, कोई 999, या कोई 9999 आदि इसी प्रकार की कीमते होती हैं, आपको यह देखकर हैरानी होती होगी आखिर किसी वस्तु की कीमत एक रुपये कम रख देने से क्या फर्क पड़ जाता होगा जबकि लोग उसकी कीमत हमेशा पूरी ही अदा करते हैं, आखिर दुकानदार को एक रुपये कम करने के क्या हासिल हो जाता होगा।
दोस्तों क्या आपको पता है भारत का सबसे रैलवे स्टेशन कौन है, भारत के सबसे बड़े रैलवे स्टेशन का नाम हावड़ा जंक्शन है लेकिन अगर सबसे लंबे प्लेट फार्म वाले रैलवे स्टेशन की बात की जाए तो गोरखपुर जंक्शन का नाम आता है, वैसे तो भारत में बहुत से रेलवे स्टेशन हैं लेकिन आज हम आपको भारत के दस सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे है और ये रेलवे स्टेशन प्लेट फार्म की संख्या के अनुसार होंगे।
टायर हर गाड़ी का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है चाहे साइकिल हो या मोटरसाइकिल या कार हो आपको हर प्रकार के वाहन में टायर जरूर देखने को मिलेंगे क्योंकि टायर के बिना गाड़ी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है लेकीन आपने गौर किया होगा की वाहनों में टायर का रंग हमेशा काला ही रहता है। तकनीकी के क्षेत्र में इतना बदलाव आ गया है लेकीन टायर का रंग शुरू से लेकर अभी तक काला ही बना हुआ है आखिर क्या कारण है कि टायर के रंग से आज तक छेड़छाड़ नहीं की गई है।
अगर दुनिया की बात करते हैं तो दुनिया में सबसे अधिक लोग ईसाई धर्म को मानते हैं फिर मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग हैं। आज हम आपको भारत के धर्मों के बारे में बताने जा रहे हैं और यह भी बताएंगे कि देश में किस धर्म को मानने वाले कितने लोग निवास करते हैं तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं। भारत में प्रमुख रूप से सात धर्म के लोग ही निवास करते हैं, इसके अतिरिक्त भारत में 7 लाख के करीब ऐसे लोग भी हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं अर्थात ये लोग नास्तिक होते हैं।