Kaash Koyi Mile Iss Tarah Ke Phir Judaa Naa Ho,
Wo Samjhe Mera Mizaj Aur Kabhi Khafa Na Ho,
काश कोई मिले इस तरह कि फिर जुदा न हो,
वो समझे मेरा मिजाज और कभी खफा न हो,
किसी भी कीमत पर बल का प्रयोग ना करना काल्पनिक आदर्श है और नया आन्दोलन जो देश में शुरू हुआ है और जिसके आरम्भ की हम चेतावनी दे चुके हैं वो गुरु गोबिंद सिंह और शिवाजी, कमाल पाशा और राजा खान , वाशिंगटन और गैरीबाल्डी , लाफायेतटे और लेनिन के आदर्शों से प्रेरित है।
दोस्तों प्रोत्साहन एक ऐसी चीज होती है जो हमारे अंदर के छिपे हुए टैलेंट को बाहर ले कर आ सकती है इसलिए जब भी हमें किसी को प्रोत्साहित करने का अवसर मिले तो उसे जरूर प्रोत्साहित करना चाहिये ताकि उसके अंदर छुपे हुए टैलेंट को निकलने में मदद मिल सके।
Yeh Mat Kehna Ke Teri Yaad Se Rishta Nahi Rakha,
Main Khud Tanha Raha Magar Dil Ko Tanha Nahi Rakha,
ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा,
मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा,