एक बार गर्मी के मौसम में राजा अपने शयन कक्ष में आराम कर रहा था और वो बंदर भी राजा के पास बैठा था जो राजा को एक पंखे से हवा दे रहा था, तभी एक मक्खी उड़कर आ गई और राजा के सिनर पर जाकर बैठ गई, जब उस बंदर से मक्खी को देखा तो उसने मक्खी को उड़ाने की कोशिश की मक्खी तो उड़ गई लेकिन फिर बार-बार राजा के सीने पर आकर बैठ जाती थी।
Dil Ki Baat Zamaane Ko Bata Dete Hain,
Apne Har Raaz Par Se Parda Uthha Dete Hain,
दिल की हर बात जमाने को बता देते हैं,
अपने हर राज पर से परदा उठा देते हैं,
Jaisi Hai Teri Khwaish Waise Pyar Karenge,
Har Dhadkan Par Apni Wafa Ka Ikraar Karenge,
जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे,
हर धड़कन पर अपनी वफ़ा का इक़रार करेंगे,