मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ,
आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता हूँ,
सुना हैं मुझे बहुत चाहती है वो मगर,
मैं उसकी जुबां से एक बार इज़हार चाहता हूँ।

 

Main Kuchh Lamha Aur Tera Saath Chahta Hu,
Aankho Mein Jo Jam Gayi Woh Barsaat Chahta Hu,
Suna Hai Mujhe Bahut Chahati Hai Woh Magar,
Main Uski Zubaan Se Ek Baar Izhaar Chahta Hu.