जग्गी वासुदेव जी के जीवन का उद्देश्य लोगों को अपनी आध्यमिकता प्रकट करना है। जग्गी वासुदेव जी का जन्म 3सितंबर 1957 को भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर में हुआ था इनके पिता जी का नाम वासुदेव था।
Nahi Jo Dil Mein Jagah Toh Najar Mein Rehne Do,
Meri Hayaat Ko Tum Apne Asar Mein Rehne Do,
नहीं जो दिल में जगह तो नजर में रहने दो,
मेरी हयात को तुम अपने असर में रहने दो,