Jab Tutne Lage Hausla Toh Bas Yeh Yaad Rakhna,
Bina Mehnat Ke Haasil Takht-o-Taj Nahi Hote,
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते,
Chehre Pe Mere Zulfo Ko Failao Kisi Din,
Kyun Roz Garajate Ho, Baras Jao Kisi Din,
चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन,
क्यूँ रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन,
Lage Hain Ilzaam Dil Pe Jo Mujhko Rulate Hain,
Kisi Ki Berukhi Aur Kisi Aur Ko Satate Hain,
लगे हैं इलज़ाम दिल पे जो मुझको रुलाते हैं,
किसी की बेरुखी और किसी और को सताते हैं,
एक समय की बात है एक जगह चार चोर रहते थे वे लोगों को लूटते थे और जो धन लूटने के बाद मिलता था वो आपस में बराबर-बराबर हिस्से में बाँट लेते थे। चारों चोर एक साथ रहते थे लेकिन सभी एक से बढ़कर स्वार्थी थे, सभी चोर सोचते थे कि किसी दिन ज्यादा धन मिलेगा तो बाकी तीनों को नहीं बताऊँगा और सभी की हत्या करके सारा धन अपने पास रख लूँगा।