ज़रूरी नहीं कि जीने का कोई सहारा हो

ज़रूरी नहीं कि जीने का कोई सहारा हो

ज़रूरी नहीं कि जीने का कोई सहारा हो,
ज़रूरी नही की जिसके हम हो वह भी हमारा हो,
कुछ कश्तियां डुब जाया करती हैं,
ज़रूरी नही के हर कश्ती के नसीब में किनारा हो।

 

Zaroori Nahi Ki Jeene Ka Koi Sahara Ho,
Zaroori Nahi Ki Jiske Hum Ho Wo Bhi Humara Ho,
Kuchh Kashtiyan Doob Jaya Karti Hain,
Zaroori Nahi Ke Har Kashti Ke Naseeb Me Kinara Ho.