सरदार पटेल जी के अनमोल विचार

सरदार पटेल जी के अनमोल विचार

सरदार पटेल जी के अनमोल विचार


1. इस देश की मिट्टी की बात कुछ अलग ही है जो इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी महान व्यक्तियों की भूमि रही है। 

2. उतावले व्यक्ति उत्साह से बड़ा परिणाम निकालने की उम्मीद नहीं रखते हैं। 

3. काम करने में मजा मुसीबत से समय में आता है क्योंकि मुसीबत में काम करना बहादूरों का काम होता है, कायर व्यक्ति तो मुसीबतों से डरते है। 

4. जब कठिन समय आता तब ही कायर और बहादुर व्यक्तियों के बीच में अंतर पता चलता है क्योंकि कायर व्यक्ति मुसीबत में बहाना खोजते हैं और बहादुर व्यक्ति मुसीबत से निकलने का रास्ता खोजते हैं।  

5. जब तक इंसान के अंदर का बच्चा जीवित रहता है तब तक अंधकारमयी निराशा की छाया उससे दूर रहती है। 

6. यदि थका हुआ इंसान दौड़ने लगे तो स्थान पर पहुँचने के बजाय अपनी जान को गवां देता है ऐसे समय पर उसे आराम करना और आगे बढ़ने की शक्ति जुटा पाना उसका कर्तव्य हो जाता है। 

7. आपके अंदर अपना अपमान सहने की कला जरूर होनी चाहिये। 

8. यदि किसी के पास शक्ति की कमी है तो विश्वास किसी काम का नहीं रह जाता है क्योंकि महान कार्यों को पूरा करने के लिए शक्ति और विश्वास दोनों का होना बहुत जरूरी हो जाता है। 

9. मेरा सपना यह है की मेरा देश भारत एक अच्छा उत्पादक बने ताकि इस देश का कोई भी व्यक्ति भोजन के बिना आँसू ना बहाये। 

10. हमे आज उंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के सारे भेदभावों को खत्म कर देना चाहिए। 

11. जीवन में आपको जितने दुख या सुख मिलते है उनके भागीदार आप खुद होते हैं इसमें भगवान का कोई दोष नहीं होता है। 

12. यदि आप आम के फल को पकने से पहले ही तोड़ कर खा लेंगे तो वह आपके खट्टा लगेगा और यदि आप थोड़ा समय देते और और वही आम का फल पककर नीचे गिर जाता है तो वह बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। 

13. अगर हमारी सारी करोड़ों की संपत्ति चली जाए या हमारा पूरा जीवन बलिदान हो जाए फिर भी हमें ईश्वर के विश्वास और उसके सत्य पर भरोसा रखकर हमेशा खुश होकर रहना चाहिये। 

14. एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं बनती है जब तक उसमे सही प्रकार से सामंजस्य ना बैठाया जाए। 

15. जब जनता एक साथ हो जाती है तो वह एक महान शक्ति बन जाती है और उसके सामने बड़े से बड़ा राजा नहीं टिक पाता है। 

16. शत्रु का लोहा चाहे जितना गरम हो लेकिन हथौड़ा तो ठंडा ही काम देता है। 

17. सुख-दुःख को स्वीकार करने वाला व्यक्ति ही जीवन का सही आनंद उठा पाता है। 

18. यह बिल्कुल सत्य है की पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं किनारों पर खड़े नहीं डूबते हैं लेकिन किनारों पर खड़े कभी भी तैरना नहीं सीख पाते हैं। 

19. मौत की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि अपने जीवन की डोर भगवान के हाथ में होती है और भगवान सबके लिए अच्छा ही करता है। 

20. अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बनाकर रखता है जब तक व्यक्ति अधिकार को प्राप्त करने हेतु मूल्य को नहीं चुका देता है।