कविता-कहानी न्यूज़

उनकी अपनी मरजी हो
कविता-कहानी

उनकी अपनी मरजी हो

Unki Apni Marji Ho, To Wo Humse Baat Karte Hain, उनकी अपनी मरजी हो, तो वो हमसे बात करते है,  

जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे
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जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे

Jaisi Hai Teri Khwaish Waise Pyar Karenge, Har Dhadkan Par Apni Wafa Ka Ikraar Karenge, जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे, हर धड़कन पर अपनी वफ़ा का इक़रार करेंगे,  

फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये
कविता-कहानी

फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये

Phir Aaj Koi Gazal Tere Naam Na Ho Jaye, Kahin Likhte Likhte Shaam Na Ho Jaye, फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये, कहीं लिखते लिखते शाम न हो जाये,  

हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना
कविता-कहानी

हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना

Hath Ki Lakeeron Par Aitbaar Kar Lena, Bharosa Ho To Kisi Se Pyar Kar Lena, हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना, भरोसा हो तो किसी से प्यार कर लेना,

उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं
कविता-कहानी

उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं

Unki Aawaz Sunne Ko Bekaraar Rahte Hain, Shayad Isi Ko Duniya Mein Pyar Kahte Hain, उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं, शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं,  

तड़प के देखो किसी की चाहत में
कविता-कहानी

तड़प के देखो किसी की चाहत में

Tadap Ke Dekho Kisi Ki Chahat Mein, To Pata Chalega, Ki Intezaar Kya Hota Hai, तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,  

जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं
कविता-कहानी

जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं

Jeene Ki Khwaish Me Har Roz Marte Hain, Wo Aaye Na Aaye Hum Intezaar Karte Hain, जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं, वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,  

झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया
कविता-कहानी

झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया

Jhuki Hui Palkon Se Unka Deedaar Kiya, Sab Kuchh Bhula Ke Unka Inezaar Kiya झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया, सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया  

साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है
कविता-कहानी

साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है

Saahil Pe Pahunchne Se Inkaar Kise Hai Lekin, Toofano Se Ladne Ka Maza Hi Kuchh Aur Hai, साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है लेकिन, तूफ़ानो से लड़ने का मज़ा ही कुछ और है,  

जान कर भी वो मुझे जान न पाए
कविता-कहानी

जान कर भी वो मुझे जान न पाए

Jaan Kar Bhi Wo Mujhe Jaan Na Paye, Aaj Tak Wo Mujhe Pehchaan Na Paye, जान कर भी वो मुझे जान न पाए, आज तक वो मुझे पहचान न पाए,

ज़ख्म क्या होता है ये बताएँगे किसी रोज
कविता-कहानी

ज़ख्म क्या होता है ये बताएँगे किसी रोज

Zakhm Kya Hota Hai Ye Bataenge Kisi Roj, Kamaal Ki Gazal Tumko Sunaenge Kisi Roj, ज़ख्म क्या होता है ये बताएँगे किसी रोज, कमाल की ग़ज़ल तुमको सुनाएंगे किसी रोज,  

कुछ खूबसूरत से पल किस्सा बन जाते हैं
कविता-कहानी

कुछ खूबसूरत से पल किस्सा बन जाते हैं

Kuchh Khoobasoorat Se Pal Kissa Ban Jaate Hain, Jane Kab Zindagi Ka Hissa Ban Jaate Hain, कुछ खूबसूरत से पल किस्सा बन जाते हैं, जाने कब जिंदगी का हिस्सा बन जाते हैं,  

अपनी ज़िन्दगी में उन्हें शामिल न कर सके
कविता-कहानी

अपनी ज़िन्दगी में उन्हें शामिल न कर सके

Apni Zindagi Mein Unhe Shamil Na Kar Sake, Chah Kar Bhi Unhe Hasil Na Kar Sake, अपनी ज़िन्दगी में उन्हें शामिल न कर सके, चाह कर भी उन्हें हासिल न कर सके,

एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया
कविता-कहानी

एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया

Ek Pal Mein Zindagi Bhar Ki Udasi De Gaya, Wo Jate Jate Kuchh Phool Basi De Gaya, एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया, वो जाते जाते कुछ फूल बासी दे गया,  

तेरे ख्वाबो को आँखो मे सजा रखा है
कविता-कहानी

तेरे ख्वाबो को आँखो मे सजा रखा है

Tere Khwabo Ko Aankho Mein Saja Rakha Hai Zindagi Ko Yoon Hi Rangeen Bana Rakha Hai, तेरे ख्वाबो को आँखो मे सजा रखा है जिंदगी को यूँ ही रंगीन बना रखा है,  

कभी गम तो कभी ख़ुशी देखी
कविता-कहानी

कभी गम तो कभी ख़ुशी देखी

Kabhi Gam To Kabhi Khushi Dekhi, Hamne Aksar Majboori Aur Bekasi Dekhi, कभी गम तो कभी ख़ुशी देखी, हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी,  

इस दिल में अरमान कोई रखना
कविता-कहानी

इस दिल में अरमान कोई रखना

Is Dil Mein Armaan Koi Rakhna, Duniyaan Ki Bheed Mein Pahchaan Koi Rakhna, इस दिल में अरमान कोई रखना, दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना,  

रिश्तों से बड़ी जरुरत क्या होगी
कविता-कहानी

रिश्तों से बड़ी जरुरत क्या होगी

Rishton Se Badi Jarurat Kya Hogi, Dosti... Se Badi Ibaadat Kya Hogi, रिश्तों से बड़ी जरुरत क्या होगी, दोस्ती... से बड़ी इबादत क्या होगी,

बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको
कविता-कहानी

बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको

Beshak Thoda Intajaar Mila Hamko, Par Duniya Ka Sabse Haseen Yaar Mila Hamko, बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको, पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको,  

हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है
कविता-कहानी

हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है

Haqeekat Mohabbat Ki Judai Hoti Hai, Kabhi-Kabhi Pyaar Mein Bewafai Hoti Hai, हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है, कभी-कभी प्यार में बेवफाई होती है,