कभी संभले तो कभी बिखर गए हम

कभी संभले तो कभी बिखर गए हम

कभी संभले तो कभी बिखर गए हम,
अब तो खुद में ही सिमट गए हम,
यूँ तो जमाना खरीद नहीं सकता हमें,
मगर प्यार के दो लफ़्ज़ों से बिक गए हम।

 

Kabhi Sambhle Toh Kabhi Bikhar Gaye,
Ab Toh Khud Mein Hi Simat Gaye Hum,
Yun Toh Jamana Khareed Nahi Sakta Hamein,
Magar Pyaar Ke Do Lafzon Se Bik Gaye.