Najare Mil Jayein Toh Pyaar Ho Jata Hai,
Palken Uth Jayein Toh Izhaar Ho Jata Hai
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है,
पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है
हम लोगों को अपने अंदर इन परम्पराओ और अंधविश्वासों को नहीं पनपने देना चाहिए, और अगली बार किसी भी ऐसी चीजों पर यकीन करने से पहले सोच लेना चाहिए की कही हम अनजाने में कोई अंधविश्वास को पाल तो नहीं रहें हैं