बहुत से लोग बिना प्रयास किये ही हार मान लेते हैं, पर जो प्रयास करते हैं भगवान् भी किसी न किसी रूप में उनके लिए मदद भेज देता है। इसलिए जब अगली बार आप किसी मुसीबत में पड़ें तो कोशिश करिए कि आप भी उसे झटक कर आगे बढ़ जाएं।
नाग मोटा होने कारण उस स्थान को छोड़ने के बारे में सोचने लगा और किस विशाल पेड़ के नीचे रहने की योजना बनाने लगा, लेकिन उस पेड़ की जड़ में चींटियों की बाबी थी जिसके कारण नाग उस पेड़ ने नीचे रहना मुश्किल हो गया था। नाग उन चींटियों के पास जाकर बोला- 'मैं सांपों का राजा नागराज हूँ, और इस जंगल का राजा हूँ मैं तुम सभी चींटियों को यह आदेश देता हूँ कि तुम्हें इस जगह को छोड़कर चले जाना चाहिए'
आदमियों का खून और मांस खाने के बाद उसने सोच क्यों ना आदमियों को मारकर खाया जाए, इस तरह वो आदमियों की तलाश में निकल पड़ा, करीब तीन दिनों तक जंगल में घूमने के बाद उसको एक बस्ती दिखाई देती है, राक्षस ने बस्ती में बने हुए मकानों को पहली बार ही देखा था लेकिन मकानों में लगे हुए दरवाजों को देखकर वह बहुत हैरान हो गया, उसने घर में जाने की कोशिश की लेकिन उसे सफलता नहीं मिलती क्योंकि घरों के दरवाजे बहुत छोटे थे जिसके कारण वो घरों में मौजूद लोगों को पकड़ नहीं पा रहा था।