मूर्ख व्यक्ति भी विद्वानोंके साथ मे रहकर विद्वान बन जाता है और विद्वान व्यक्ति भी मूर्खों के साथ रहता है तो उसमे मूर्खता आ जाती है, इसलिए हमे किसी की भी संगति सोच समझकर करनी चाहिए।
Ek Pal Mein Zindagi Bhar Ki Udasi De Gaya,
Wo Jate Jate Kuchh Phool Basi De Gaya,
एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया,
वो जाते जाते कुछ फूल बासी दे गया,