छठी मैया का पवित्र त्योहार छठ पूजा कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की छठी तिथि को को विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में मनाया जाता है इस दौरान लोगों के घरों में अलग तरह का ही माहौल रहता है। महिलायें संतान सुख के लिए समृद्धि के लिए और लंबी उम्र के लिए सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करती हैं। छठी मैया के त्योहार में व्रत रखने वाली महिलाये 36 घंटों तक निर्जला व्रत रखती हैं और फिर सूर्य देव एवं छठी मैया की पूजा करती हैं।
बहुत सारे लोग माता को प्रसन्न करने के व्रत रखते हैं और अपने घर में माता की चौकी की स्थापना करते हैं और नियमित रूप से सुबह और शाम माता की पूजा करते हैं। आज हम आपके लिए माता जी कुछ आरती और मंत्रों को लेकर आये हैं जिनके द्वारा माता जी पूजा जरूर करनी चाहिए, तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
एकादशी का व्रत हिन्दुओ के लिए बेहद महत्वपूर्ण व्रत होता है लोगों की ऐसा मान्यता है कि इस व्रत को रखने से पितरों को स्वर्ग लोक में स्थान प्राप्त होता है। एकादशी के दिन इस व्रत को रखने वाले व्यक्ति को धान, मसाले और सब्जियां आदि का सेवन वर्जित माना जाता है। एकादशी व्रत की शुरुआत एक दिन पूर्व यानि दशमी की तिथि से शुरू हो जाती यही इस दिन लोग सुबह उठकर स्नान आदि करते हैं और फिर नमक के बिना बना हुआ भोजन ग्रहण करते हैं। एकादशी का व्रत बड़े नियम और संयम के साथ रखने की जरूरत होती है इस व्रत को करने वाले व्यक्ति को एकादशी के पहले की तिथि यानि दशमी के सूर्यास्त से लेकर अगले दिन के सूर्योदय तक व्रत रखन पड़ता है।
इस वर्ष सावन के पवित्र महीने की शुरुआत 14 जुलाई 2022 से होने जा रही है, इस बार सावन के महीने में चार सोमवार पड़ने वाले हैं, जिनमे से पहला सोमवर 18 जुलाई 2022 को और सावन का अंतिम सोमवार 8 अगस्त 2022 को पड़ने जा रहा है।