भारत सरकार ने लांच किया 'मेरा राशन' ऐप, किसी भी राज्य में आसानी से मिलेगा राशन

भारत सरकार ने लांच किया 'मेरा राशन' ऐप, किसी भी राज्य में आसानी से मिलेगा राशन

भारत सरकार ने लांच किया 'मेरा राशन' ऐप, किसी भी राज्य में आसानी से मिलेगा राशन-
भारत सरकार ने आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए एक ऐप को लांच कर दिया है, इस ऐप का नाम 'मेरा राशन' है। सरकार द्वारा लांच किये इस ऐप के द्वारा आप पूरे भारत में कहीं से भी अपना राशन ले सकते हैं। 'मेरा राशन ऐप के द्वारा आप किसी भी दूसरे राज्य में अपने पास के राशन की दुकान की पहचान बड़ी आसानी कर पाएंगे और इसके अलावा आप वहाँ से आप राशन भी ले सकेंगे। आज हम आपको इसी ऐप के बारे में बताने जा रहे हैं तो बने रहिए हमारे साथ बिना  किसी देरी के शुरू करते हैं। 

भारत सरकार द्वारा लांच किया 'मेरा राशन ' को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) ने विकसित किया है, वर्तमान समय में यह ऐप केवल हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है लेकिन आगे इसके और अधिक भाषा में विकसित किया जाने वाला है। केंद्र सरकार और 32 राज्यों ने राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी 'वन नेशन वन राशन कार्ड' की पहल कर चुके हैं। मालूम हो भारत सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत देश के करीब 81 करोड़ जनसंख्या को 2 रुपये प्रति किलो गेंहू और 3 रुपये प्रति किलो चावल की दर अनाज मुहैया कराती है। 

यह भी देखें-जानिये कैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड में गलत नाम को सही कर सकते हैं

भारत सरकार के 'मेरा राशन' ऐप को लांच करते हुए  फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने कहा कि नए मोबाइल ऐप का उद्देश्य एनएफएसए के लाभार्थियों, विशेष रूप से प्रवासी लाभार्थियों, उचित मूल्य की दुकान (एफपीएस) या राशन दुकान के डीलरों और अन्य अंशधारकों के बीच ओएनओआरसी से संबंधित सेवाओं को सुविधाजनक बनाना है। उन्होंने कहा, ‘हमारी योजना 14 भाषाओं में इस मोबाइल ऐप को लाने की है. इन भाषाओं की पहचान उन स्थानों के आधार पर की जाती है, जहां अधिकांश प्रवासी लोग आते हैं।’

यह भी देखें-PM Kisan स्कीम के अंतर्गत मिलने वाली है 2 हजार रुपये की किश्त, सूची में इस प्रकार देखें अपना नाम

फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने ऐप को लांच करते हुए कहा प्रवासी लाभार्थी इस ऐप के द्वारा अपनी माइग्रेशन जानकारी को दर्ज करा सकते हैं। प्रवासी लाभार्थी अपनी यात्रा शुरू करने से पहले खुद को रजिस्टर किया जा सकता है और सिस्टम स्वचालित तरीके से खाद्यान्न के कोटे का आवंटन करेगा। इसके अतिरिक्त  एनएफएसए लाभार्थी अपने पास की सरकारी राशन की दुकान की पहचान भी आसानी से कर पाएंगे, इसके अलावा वो अपना खाद्यान्न के विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और बीते 6 महीने की लेनदेन की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। 

यह भी देखें-प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना

फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे के अनुसार 'प्रत्येक लाभार्थी को मालूम होता है कि उसे सही में क्या मिलना चाहिये, उसे इस बात की जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी से पूछने की जरूरत नहीं होती है। 'मेरा राशन' ऐप में लाभार्थी अपना राशन कार्ड नंबर दर्ज करने के बाद लॉग इन कर सकते हैं। मालूम हो भारत सरकार करीब 5.4 लाख राशन दुकानों के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को हर महीने 5 किलो राशन छूट के साथ उपलब्ध करवाती है।