Sarvapitra amavasya 2021: इस वर्ष कब है सर्वपितृ अमावस्या, पितरों की  मृत्यु तिथि भूल चुके लोग इस दिन करते हैं उनका श्राद्ध

Sarvapitra amavasya 2021: इस वर्ष कब है सर्वपितृ अमावस्या, पितरों की  मृत्यु तिथि भूल चुके लोग इस दिन करते हैं उनका श्राद्ध

Sarvapitra amavasya 2021: इस वर्ष कब है सर्वपितृ अमावस्या, पितरों की  मृत्यु तिथि भूल चुके लोग इस दिन करते हैं उनका श्राद्ध-

दोस्तों हमारे हिन्दू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व होता है, इस समय पितृपक्ष का समय चल रहा है है और पितृपक्ष को हिन्दू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है। हमारे हिन्दू धर्म के अनुसार पितृपक्ष के 15 दिनों में पूर्वजों की श्राद्ध करने का अनुष्ठान किया जाता है, पूर्वजों की श्राद्ध करने का उद्देश्य पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। हर वर्ष भाद्रपद की पूर्णिमा से लेकर आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक पितरों के श्राद्ध के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, पितृपक्ष का समय 15 दिनों का होता है।

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पितृपक्ष में सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व होता है, वैसे तो जिस तिथि को हमारे पूर्वजों का देहांत हुआ था, पितृपक्ष में उसी तिथि को उनका श्राद्ध किया जाता है लेकिन जो लोग अपने पूर्वजों के देहांत की तिथि को भूल चुके हैं वो सर्वपितृ अमावस्या के दिन पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं। सर्वपितृ अमावस्या को अन्य नाम आश्विन अमावस्या, बड़मावस और दर्श अमावस्या से भी जाना जाता है, इस वर्ष यह तिथि  आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानि 6 अक्टूबर 2021 को होने वाली हैं, यह पितृपक्ष का अंतिम दिन होता है और इसी दिन से पितृपक्ष समाप्त हो जाते हैं और अलगे दिन से माता के शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। 

 

कहते हैं श्राद्ध वाले दिन आपके पितृ धरती पर पुनः आते हैं, जो आपके यहाँ किसी भी रूप में आ सकते हैं, यदि इस दौरान उन्हे अच्छे से तृप्त नहीं किया जाता है तो उनकी आत्मा अतृप्त होकर पुनः वापस चली जाती है। सर्वपितृ अमावस्या के दिन आपको अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रीमद भागवत गीता के सातवें अध्याय का पाठ अवश्य करना चाहिये, इसके साथ-साथ अपने पितरों को ध्यान करना चाहिये ऐसा करने से आपके पितृ आप पर खुश हो जाते हैं और आपको हमेशा आशीर्वाद देते रहते हैं। 

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पितृपक्ष की तिथियां 

पूर्णिमा श्राद्ध : 20 सितंबर 2021

प्रतिपदा श्राद्ध:  21 सितंबर 2021

द्वितीया श्राद्ध:  22 सितंबर 2021

तृतीया श्राद्ध: 23 सितंबर 2021

चतुर्थी श्राद्ध : 24 सितंबर 2021

पंचमी श्राद्ध : 25 सितंबर 2021

षष्ठी श्राद्ध : 27 सितंबर 2021

सप्तमी श्राद्ध : 28 सितंबर 2021

अष्टमी श्राद्ध: 29 सितंबर 2021

नवमी श्राद्ध : 30 सितंबर 2021

दशमी श्राद्ध : 01 अक्टूबर 2021


एकादशी श्राद्ध: 02 अक्टूबर 2021

द्वादशी श्राद्ध : 03 अक्टूबर 2021

त्रयोदशी श्राद्ध : 04 अक्टूबर 2021

चतुर्दशी श्राद्ध : 05 अक्टूबर 2021

अमावस्या श्राद्ध:  06 अक्टूबर 2021