आरती माँ चिंतपूर्णा देवी की

आरती माँ चिंतपूर्णा देवी की

आरती माँ चिंतपूर्णा देवी की-

 

चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,
जग को तारो भोली माँ

जन को तारो भोली माँ,
काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा ॥
॥ भोली माँ ॥

 

सिन्हा पर भाई असवार,
भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर ॥
॥ भोली माँ ॥

यह भी देखें-श्री वैष्णो देवी की आरती

एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,
तीजे त्रिशूल सम्भालो ॥
॥ भोली माँ ॥

 

चौथे हाथ चक्कर गदा,
पाँचवे-छठे मुण्ड़ो की माला ॥
॥ भोली माँ ॥

 

सातवे से रुण्ड मुण्ड बिदारे,
आठवे से असुर संहारो ॥
॥ भोली माँ ॥

 

चम्पे का बाग़ लगा अति सुन्दर,
बैठी दीवान लगाये ॥
॥ भोली माँ ॥

यह भी देखें-आरती तुलसी माता की

हरी ब्रम्हा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बैठी तान ॥
॥ भोली माँ ॥

 

औखी घाटी विकटा पैंडा,
तले बहे दरिया ॥
॥ भोली माँ ॥

 

सुमन चरण ध्यानु जस गावे,
भक्तां दी पज निभाओ ॥
॥ भोली माँ ॥

यह भी देखें-आरती श्री बाँके बिहारी की

चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,
जग को तारो भोली माँ