कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो

कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो

कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो,
कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो,
ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों,
कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो।

 

Kahan Se Laaun Wo Shabd Jo Teri Tareef Ke Qabil Ho,
Kahan Se Laaun Wo Chand Jisme Teri Khoobasurti Shamil Ho,
Ai Mere Bewafa Sanam Ek Baar Bata De Mujhko,
Kahan Se Laaun Wo Kismat Jismen Tu Bas Mujhe Hansil Ho.