Gahrayi Pyar Mein Ho To Bewafai Nahin Hoti,
Sachche Pyar Mein Kahin Tanhayi Nahin Hoti,
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती,
Apni Zindagi Mein Unhe Shamil Na Kar Sake,
Chah Kar Bhi Unhe Hasil Na Kar Sake,
अपनी ज़िन्दगी में उन्हें शामिल न कर सके,
चाह कर भी उन्हें हासिल न कर सके,
मूर्ख व्यक्ति भी विद्वानोंके साथ मे रहकर विद्वान बन जाता है और विद्वान व्यक्ति भी मूर्खों के साथ रहता है तो उसमे मूर्खता आ जाती है, इसलिए हमे किसी की भी संगति सोच समझकर करनी चाहिए।