आचार्य चाणक्य कौटिल्य और विष्णुगुप्त नामों से विख्यात हैं। चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहते थे। चाणक्य के अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र की रचना की थी, जिसे हमलोग चाणक्य नीति के नाम से जानते हैं|
Jalne Do Zamane Ko Chalo Ek Saath Chalte Hain,
Nayi Duniya Basane Ko Chalo Ek Saath Chalte Hain,
जलने दो ज़माने को चलो एक साथ चलते हैं,
नयी दुनिया बसाने को चलो एक साथ चलते हैं,
Lage Hain Ilzaam Dil Pe Jo Mujhko Rulate Hain,
Kisi Ki Berukhi Aur Kisi Aur Ko Satate Hain,
लगे हैं इलज़ाम दिल पे जो मुझको रुलाते हैं,
किसी की बेरुखी और किसी और को सताते हैं,