आचार्य चाणक्य की तरह विदुर जी बहुत बड़े विद्वान थे, महात्मा विदुर महाभारत के समय कौरव के राजा महराज धृतराष्ट के भाई थे। विदुर जी का जन्म के दासी के गर्भ से हुआ था जिसके चलते वो अपनी जिंदगी में कभी भी राजा नहीं बन पायें, महात्मा विदुर बहुत बड़े विद्वान थे। विदुर जी उस समय धर्म, राजनीति, समाज, आदि विभिन्न विषयों पर अपने मतों को खुलकर व्यक्त किया था, जिसके चलते उनको हस्तिनापुर का महामंत्री बनाया गया था। महात्मा विदुर द्वारा कही गई बातें आज के समय में भी बिलकूल सही होती हैं, आपको मालूम हो विदुर और महाराज धृतराष्ट्र के मध्य हुई बातों को हमलोग विदुर नीति के नाम से जानते हैं।