किसान का गधा

किसान का गधा

किसान का गधा

एक समय की बात है एक किसान के पास बहुत से जानवर थे उन जानवरों मे से एक गधा भी था, एक दिन गधा चरते चरते पास के एक सूखे हुए कुएं के पास पहुँच गया और फिसल कर कुएं में गिर गया और जोर जोर से चिल्लाने लगा- ” ढेंचू-ढेंचू ….ढेंचू-ढेंचू ….”


उस गधे की आवाज को सुनकर खेत के काम कर रहे लोग कुएं के पास पहुचे और किसान को भी बुलाया गया किसान ने देखा और उसके मन में गधे के लिए दया आई और उसने मन में सोचा कि इस बूढ़े और बीमार गधे की कोई जरूरत नहीं है और साथ में इस कुएं की भी कोई जरूरत नहीं हैं|

फिर उसने बाकी के मौजूद लोगों से कहा, "मुझे नहीं लगता कि किसी भी प्रकार से इस गधे को बचाया जा सकता है इसलिए बेहतर होगा की आप लोग यहाँ पर समय ना नष्ट करें और अपने काम में जाकर लग जाएं "

किसान ऐसा बोलकर आगे बढ़ने लगा तो एक मजदूर ने कहा "मालिक इस गधे ने सारी उम्र आपकी सेवा की इसलिए बेहतर होगा इस गधे को तड़प-तड़प कर मरने छोड़ने की बजाए इसे कुएं मे ही दफन कर दिया जाए "किसान ने मजदूर की बात मे हा मिला दी 

किसान बोला- " चलो हम सब लोग कुएं मे मिट्टी डालना शुरू करते है और इस गधे को इसी मे दफन कर देते है"

गधा ये सब बातों को सुनकर और भी डर गया, उसे लगा की उसके मालिक को उसको बचाना चाहिए बल्कि इसके उलट वे लोग उसे दफनाने की योजना बना रहे हैं, लेकिन उस गधे ने हिम्मत नहीं हारी और कुएं से बाहर निकलने के बारे में सोचने लगा। 

उसने देखा की सारे लोगों ने मिलकर उसके ऊपर मिट्टी डालना शुरू कर दिया है लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। 

किसान ने भी दूसरे लोगों की तरह उसके  ऊपर मिट्टी डालना शुरू कर दिया और किसान ने देखा की जैसे ही मिट्टी गधे के ऊपर पड़ती तो वह मिट्टी को झटक कर ऊपर चढ़ आता|

जब भी उसके ऊपर मिट्टी डाली जाती तो  वो मिट्टी को झटकता और ऊपर चढ़ जाता वह बार-बार यही काम करता। किसान को भी यह समझ आ गया था अगर  इसी प्रकार मिट्टी डालते जाये तो गधे की जान बचाई जा सकती है। 

फिर क्या किसान ने और मिट्टी गधे के ऊपर डलवाता गया और देखते-देखते गधा कुएं के मुहाने तक पहुँच गया और आखिर मे कूदकर बाहर आ गया। 

 हमारी ज़िन्दगी भी इसी तरह होती है, हम चाहे जितनी भी सावधानी बरतें कभी न कभी मुसीबत रुपी गड्ढे में गिर ही जाते हैं, पर गिरना प्रमुख नहीं है, प्रमुख है संभलना|

बहुत से लोग बिना प्रयास किये ही हार मान लेते हैं, पर जो प्रयास करते हैं भगवान् भी किसी न किसी रूप में उनके लिए मदद भेज देता है।

यदि गधा लगातार बचने का प्रयास नहीं करता तो किसान के दिमाग में भी यह बात नहीं आती को उसे बचाया जा सकता है … इसलिए जब अगली बार आप किसी मुसीबत में पड़ें तो कोशिश करिए कि आप भी उसे झटक कर आगे बढ़ जाएं।