जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है

जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है

जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के ख्यालों से बच के कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है।

 

Jane Us Shakhs Ko Kaisa Ye Hunar Aata Hai,
Raat Hoti Hai To Aakho Me Utar Aata Hai,
Main Us Ke Khayalo Se Bach Ke Kahan Jaaun,
Wo Meri Soch Ke Har Raste Pe Najar Aata Hai.