Tumhe Barish Pasand Hai Mujhe Barish Me Tum,
Tumhe Hansna Pasand Hai Mujhe Haste Hue Tum,
तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम,
आचार्य चाणक्य कौटिल्य और विष्णुगुप्त नामों से विख्यात हैं। चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहते थे। चाणक्य के अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र की रचना की थी, जिसे हमलोग चाणक्य नीति के नाम से जानते हैं|
Laazim Nahin Ke Usko Bhi Mera Khayal Ho,
Mera Jo Haal Hai Wohi Uss Ka Bhi Haal Ho,
लाजिम नहीं कि उस को भी मेरा ख्याल हो,
मेरा जो हाल है वही उसका भी हाल हो,
Ishq Hamein Ye Kis Mod Par Le Aaya Hai,
Kadam Kadam Par Mujhko Mila Tera Saya Hai,
इश्क़ हमें ये किस मोड़ पर ले आया है,
कदम कदम पर मुझको मिला तेरा साया है,