ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना

ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना

ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,
दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।

 

Ai Dost Kabhi Zikr-E-Judai Na Karna,
Mere Bharose Ko Rusva Na Karna,
Dil Mein Tere Koyi Aur Bas Jaaye To Bata Dena,
Mere Dil Mein Rahkar Bewafai Na Karna.