सांसारिक प्यार को जला दे, अपनी राख को घिसे और उसकी स्याही बनाये, अपने दिल को कलम बनाये, अपनी बुद्धि को लेखक बनाये, और वह लिखे जिसका कोई अंत ना हो और जिसकी कोई सीमा न हो।
नाग मोटा होने कारण उस स्थान को छोड़ने के बारे में सोचने लगा और किस विशाल पेड़ के नीचे रहने की योजना बनाने लगा, लेकिन उस पेड़ की जड़ में चींटियों की बाबी थी जिसके कारण नाग उस पेड़ ने नीचे रहना मुश्किल हो गया था। नाग उन चींटियों के पास जाकर बोला- 'मैं सांपों का राजा नागराज हूँ, और इस जंगल का राजा हूँ मैं तुम सभी चींटियों को यह आदेश देता हूँ कि तुम्हें इस जगह को छोड़कर चले जाना चाहिए'
Is Dil Ko Agar Tera Ehsaas Nahi Hota,
Tu Door Bhi Reh Kar Ke Yun Paas Nahi Hota,
इस दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता,
तू दूर भी रह कर के यूँ पास नहीं होता,