बसंत पंचमी का त्योहार हमारे हिन्दू धर्म में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है, इस दिन माता सरस्वती की पूजा करने से हमें विद्या रूपी आशीर्वाद मिलता है। उत्तर भारत के साथ-साथ देश के सभी हिस्सों में इस दिन माता सरस्वती जी की पूजा की जाती है, बसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने के पाँचवे दिन यानि पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
दोस्तों माता के पवित्र नवरात्रि शुरू हो चुके हैं, इस बार नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलने वाले हैं और फिर 15 अक्टूबर को दशहरे के दिन मूर्ति विसर्जन होगा। माता को प्रसन्न करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के उपाय करते हैं लेकिन माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी होता है। आज हम आपको नवरात्रि के दौरान कुछ नियमों को बताने जा रहे हैं जिनका पालन हम सभी करना चाहिये, तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
साल 2022 के दशहरे का त्योहार 5 अक्टूबर 2022 को होने वाला है, जिसका शुभ मुहूर्त 2 बजकर 7 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 54 मिनट तक चलने वाला है, इस बार दशहरा का शुभ मुहूर्त केवल 47 मिनट का ही होने वाला है। दोपहर के दौरान पूजा का समय 1 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 3 बजकर 41 मिनट चलने वाला है, इसलिए इस समय पूजा करना सबसे शुभ होने वाला है।
ज्येष्ठ महीने में वट अमावस्या का त्योहार बेहद महत्वपूर्ण त्योहार होता है, इस दिन महिलायें अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत को रखती है और वट की पूजा करती हैं। मान्यता है ऐसा करने से जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है इसके अलावा पति की उम्र भी लंबी होती है। आज हम आपको वट सावित्री व्रत 2022 के बारे में बताने जा रहे है, आज हम बताने वाले हैं कि वट सावित्री व्रत कब होने वाला है और इसका महत्व क्या है।