स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया। समाज में उस समय छुआछूत, स्त्रियों को वेद पढ़ने की अनुमति ना होना, सती प्रथा, विधवा पुनर्विवाह ना होना आदि बहुत सी बुराइयों को विरोध करके उन्हे दूर करने का प्रयास किया। आज हम आपको स्वामी दयानंद सरस्वती जी के कुछ अनमोल विचार और प्रेरक कथन बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए जीवन में प्रेरणा का काम करने वाले हैं, तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
Aksar Gumsum Rahne Wala Nagma Hun Main,
Aapki Yaado Me Rehne Wala Lamha Hun Main,
अकसर गुमसुम रहने वाला नग्मा हूँ मैं,
आपकी यादो में रहने वाला लम्हा हूँ मैं,
Ek Pal Mein Zindagi Bhar Ki Udasi De Gaya,
Wo Jate Jate Kuchh Phool Basi De Gaya,
एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया,
वो जाते जाते कुछ फूल बासी दे गया,