patnee – ajee sunate ho , tumako ophis kee fikr hai ghar kee koee fikr hee nahin pati – kya hua ?
पत्नी – अजी सुनते हो , तुमको ऑफिस की फ़िक्र है घर की कोई फ़िक्र ही नहीं
पति – क्या हुआ ?
गोलू जैसे ही कॉलेज में पहुंचा तो खुशी के मारे उछलने लगा...!
चंटू- क्या हुआ, इतना खुश कैसे है?
गोलू- आज पहली बार मुझसे किसी लड़की ने मेट्रो में बात की!
चंटू- वाह भाई, क्या बात हुई?
गोलू- मैं बैठा था, तो वो बोली उठो ये लेडीज सीट है...!
पिक्चर हाल के सामने का नजारा
शादी के दूसरे दिन ही अचानक पति अपनी बीवी को पीटने लगा...
लोगों ने पूछा क्यों मार रहे हो बेचारी को?
पति ने बोला- इसने मेरी चाय में ताबीज डाला है, मुझे वश में करने के लिए।
मुझे मेरी मां से दूर करना चाहती है।
बीवी रोते हुए गुस्से में बोली, वो ताबीज नहीं टी बैग है।
सब्जीवाला - भैया, मैडम जी अंग्रेजी मीडियम से पढ़ी हैं क्या...?
पति- आश्चर्यचकित होते हुए - हां लेकिन तुम्हे कैसे पता...?
सब्जीवाला - क्योंकि मैडम टमाटर नीचे और कद्दू उसके ऊपर रख रही हैं।
चाहे सबके अच्छे दिन आ जाएं...
पर...
गोलगप्पे वालों के अच्छे दिन कभी नहीं आएंगे...
chaahe sabake achchhe din aa jaen... . par... .
golagappe vaalon ke achchhe din kabhee nahin aaenge... .