तेज बारिश में कभी सर्द हवाओं में रहा,
एक तेरा ज़िक्र था जो मेरी सदाओं में रहा,
कितने लोगों से मेरे गहरे रिश्ते थे मगर,
तेरा चेहरा ही सिर्फ मेरी दुआओं में रहा।
Unki Galiyon Ki Hawa Har Dard Ki Dava Ban Gayi,
Doori Unse Meri Chaahat Ki Saza Ban Gayi,
उनकी गलियों की हवा हर दर्द की दवा बन गयी,
दूरी उनसे मेरी चाहत की सज़ा बन गयी,
Ishq Toh Bas Mukaddar Hai Koyi Khwab Nahi,
Yeh Woh Manzil Hai Jis Mein Sab Kamyab Nahi,
इश्क़ तो बस मुक़द्दर है कोई ख्वाब नहीं,
ये वो मंज़िल है जिस में सब कामयाब नहीं,
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
Jo Muskura Raha Hai Use Dard Ne Pala Hoga,
Jo Chal Raha Hai Uske Paav Mein Chhala Hoga,
Tum Yahan Dharti Par Lakeeren Kheenchte Ho,
Ham Vahaan Apne Liye Naye Aasman Dhoondhte Hain,
तुम यहाँ धरती पर लकीरें खींचते हो,
हम वहाँ अपने लिये नये आसमान ढूंढते हैं,
एक व्यक्ति तपते हुए रेगिस्तान में यात्रा पर जा रहा था, उस व्यक्ति के साथ उसका ऊंट था जिस पर खूब सारा समान लदा हुआ था, ऊंट और व्यक्ति रेगिस्तान की गर्मी के कारण पसीने से भीग चुके थे। बहुत दूर चलने के बाद जब व्यक्ति थक गया तो उसने आराम करने का विचार बना लिया, इसलिए उसने अपनी यात्रा को बीच में रोककर और फिर ऊंट की पीठ से अपना तंबू उतारकर लगा लिया और तंबू के नीचे आराम करने लगा।