आचार्य चाणक्य कौटिल्य और विष्णुगुप्त नामों से विख्यात हैं। चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहते थे। चाणक्य के अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र की रचना की थी, जिसे हमलोग चाणक्य नीति के नाम से जानते हैं|
Fikr Mat Kar Bande Kalam Kudrat Ke Haath Hai,
Likhne Wale Ne Likh Diya Kismat Tere Saath Hai,
फ़िक्र मत कर बन्दे कलम कुदरत के हाथ है,
लिखने वाले ने लिख दिया किस्मत तेरे साथ है,
Apni Khushiyaan Lutakar Uspar Kurbaan Ho Jaun,
Kaash Kuchh Din Uske Shahar Ka Mehmaan Ho Jaun,
अपनी खुशियाँ लुटाकर उसपर कुर्बान हो जाऊ,
काश कुछ दिन उसके शहर का मेहमान हो जाऊ,