Sukoon Mil Gaya Mujhko Badnaam Hokar,
Aapke Har Ek ilzaam Pe Yun Be-Zubaan Hokar,
सुकून मिल गया मुझको बदनाम होकर,
आपके हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेजुबान होकर,
जब कठिन समय आता तब ही कायर और बहादुर व्यक्तियों के बीच में अंतर पता चलता है क्योंकि कायर व्यक्ति मुसीबत में बहाना खोजते हैं और बहादुर व्यक्ति मुसीबत से निकलने का रास्ता खोजते हैं।
रहीम दास अकबर के नौ रत्नों में से एक थे। रहीम दास बैरम खान और सलीमा सुल्ताना के पुत्र थे।रहीम के पिता बैरम खान मुगल शासक अकबर के 13 वर्ष तक संरक्षक थे।