कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे

कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे

कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे,
जितनी भी मुश्किल में हूँ आसान कर देगा मुझे,
रूबरू करके कभी अपने महकते सुर्ख होंठ,
एक दो पल के लिए गुलदान कर देगा मुझे।