अभी आँखों की शमाएं जल रही हैं प्यार जिंदा है,
अभी मायूस मत होना अभी बीमार ज़िंदा है,
हजारों जख्म खाकर भी मैं दुश्मन के मुक़ाबिल हूँ,
खुदा का शुक्र अब तक दिल-ए-खुद्दार जिंदा है।
Ishq Toh Bas Mukaddar Hai Koyi Khwab Nahi,
Yeh Woh Manzil Hai Jis Mein Sab Kamyab Nahi,
इश्क़ तो बस मुक़द्दर है कोई ख्वाब नहीं,
ये वो मंज़िल है जिस में सब कामयाब नहीं,
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
Jo Muskura Raha Hai Use Dard Ne Pala Hoga,
Jo Chal Raha Hai Uske Paav Mein Chhala Hoga,